जबलपुर में पहाड़ियों की हरियाली पर लगी प्रशासन की नजर
, 10 एकड़ में सैटेलाइट सिटी बनाने का प्रस्ताव
जबलपुर । मार्बल सिटी में एक तरफ पहाड़ियों को कब्जों से बचाकर उन्हें संरक्षित करने की कवायद चल रही है और दूसरी तरफ प्रशासन, पहाड़ियों पर ही सैटेलाइट सिटी बसाने जा रहा है। जबलपुर नगर निगम ने शहर के नयागांव के जंगल से लगी बरगी हिल्स में, ना सिर्फ आईटी पार्क के विस्तार के लिए 10 एकड़ ज़मीन देने का बल्कि यहां 85 एकड़ जमीन पर सैटेलाईट सिटी बसाने का भी प्रावधान कर दिया है। इसी इलाके में जब तेंदुए के मूमेंट के चलते लैपर्ड सैंचुरी बनाने की संभावनाएं तलाशी जा रही थीं तो पहाड़ियों पर सैटेलाईट सिटी का विरोध भी शुरु हो गया है।
संस्कारधानी जबलपुर अपने आप में बेहद अनोखा शहर है। यूं तो इस ऐतिहासिक शहर की कई ख़ासियत हैं लेकिन यहां शहर के भीतर ही आपको जंगल देखने मिल सकता है। जी हां जबलपुर शहर के भीतर कुदरत के अनोखे रंग दिखाती पहाड़ियों के अलावा जंगल भी मौजूद है। शहर के नयागांव से बरगी हिल्स के बीच एक हज़ार एकड़ से ज्यादा इलाके में पहाड़ियों के साथ जंगल भी मौजूद है जहां वन्य जीवों के अलावा तेंदुए भी देखे जाते रहे हैं। शहर की इस कुदरती खूबसूरती को सहेजने के लिए जबलपुर हाईकोर्ट के निर्देश पर पहाड़ियों को कब्जों से मुक्त करवाने और अतिक्रमणकारियों को विस्थापित करने की कार्रवाई की जा रही है। लगातार हो रही इस कार्यवाई के बीच बरगी हिल्स में मौजूद आईटी पार्क को विस्तार देने और साथ ही सैटेलाईट सिटी बसाने का प्रावधान कर दिया गया है। आईटी पार्क की पहली बिल्डिंग ही पहाड़ियों को तोड़कर बनाई गई थी और अब नगर निगम ने यहां आईटी पार्क के विस्तार के लिए 10 एकड़ जमीन और देने का प्रावधान कर दिया है। इसके अलावा यहां सिंचाई विभाग के स्वामित्व की 85 एकड़ जमीन लेकर सैटेलाईट सिटी बसाने की भी तैयारी की जा रही है। ये काम नगर निगम और स्मार्ट सिटी के मद से करवाया जाएगा जिसके कमिश्नर के मुताबिक यहां एक वृहद सैटेलाईट सिटी बनाई जाएगी।
बरगी हिल्स की पहाड़ियों में पहले भी आईटी पार्क बनाने का विरोध हुआ था क्योंकि इसके लिए यहां बड़ी तादात में पहाड़ियों को तोड़ा गया था। अब जबकि फिर आईटी पार्क के विस्तार के साथ-साथ 85 एकड़ में सैटेलाइट सिटी बसाने का प्रावधान कर दिया गया है तो फिर यहां पहाड़ियों का जमीदोंज़ होना तय है, ऐसे में शहर के सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने सैटेलाईट सिटी, पहाड़ियों के अलावा कहीं और समतल और बंजर जमीन पर बसाने की मांग की है। बरगी हिल्स में सैटेलाइट सिटी का विरोध कर रहे लोग हाईकोर्ट की शरण लेने की भी तैयारी कर रहे हैं।
दरअसल नयागांव से बरगी हिल्स के बीच अत्याधुनिक सैटेलाईट सिटी बनाने के लिए जबलपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी यहां चौडी सड़कें,सीवर लाईन प्रोजेक्ट,अंडरग्राऊंड इलेक्ट्रिक लाईन, मॉल, स्कूल,कॉलेज,हॉस्पिटल और अत्याधुनिक टाऊनशिप बनाएगा जिससे बड़ी तादात में इन पहाड़ियों का टूटना तय है। जबलपुर शहर को कुदरत से मिली ये विरासत जब टूटने के बाद दोबारा बनाई नहीं जा सकती तो कई वजहों से इसका विरोध है।