बुरहानपुर. जिले की 167 पंचायतों में सरपंच पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हुई। साढ़े चार घंटे चली प्रक्रिया में कुछ स्थानों पर एसी-एसटी वर्ग में आरक्षण की पर्ची निकालने के बाद उसे निरस्त करना पड़ा। इसका कारण यह था कि जिस वर्ग के लिए सीट आरक्षित हुई थी, वहां उस वर्ग का एक भी मतदाता नहीं था।
जनपद पंचायत कार्यालय में सोमवार को आरक्षण प्रक्रिया हुई। सबसे पहले एससी वर्ग के लिए आरक्षण हुआ। इसमें ग्राम पंचायत खामला एससी महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुई। इस पर आपत्ति आई कि यहां इस वर्ग से एक भी मतदाता नहीं है। जांच करने पर यह सही पाया गया। ऐसा ही मामला डोंगरगांव पंचायत में सामने आया। यह पंचायत एसटी अनारक्षित के लिए आरक्षित हुई लेकिन आपत्ति आने पर देखा तो यहां भी इस वर्ग से एक भी मतदाता नहीं था। दोनों पंचायतों में पुन: आरक्षण के लिए पर्ची निकाली गई। दूसरी बार में खामला में ओबीसी व डोंगरगांव में सामान्य वर्ग के आरक्षित की गई। 77 पंचायतों में से 39 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित हुईं हैं।
चार पंचायतों के परिसीमन का प्रस्ताव लेकिन स्वीकृत नहीं हुआ
बुरहानपुर जनपद पंचायत ने चार पंचायतों के परिसीमन का प्रस्ताव शासन को भेजा था लेकिन अभी तक वह स्वीकृत नहीं हुआ है। यदि इसकी स्वीकृति होती है तो चार पंचायतों के लिए अलग से आरक्षण कराया जाएगा। 30 जनवरी को जनपद पंचायत बुरहानपुर और खकनार में 50 जनपद सदस्य और 12 जिला पंचायत सदस्याें के लिए आरक्षण होगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। गुरुवार सुबह 11 बजे से जिला पंचायत कार्यालय में प्रक्रिया पूरी होगी।
नियमों में उलझे अधिकारी, खकनार में देर रात तक चली प्रक्रिया
90 ग्राम पंचायतों वाली आदिवासी बहुल खकनार जनपद पंचायत में देर रात तक आरक्षण की प्रक्रिया चली। प्रक्रिया शुरू होते ही नियमों को लेकर आपत्तियां आईं, इस कारण प्रक्रिया में देरी हुई। शाम 7.30 बजे सरपंच पदाें का आरक्षण खत्म हुआ। इसके बाद पंच पदों के लिए आरक्षण शुरू हुआ। यहां पर सभी सीट अजजा के लिए आरक्षित हैं। पिछली बार महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें अनारक्षित कर दी गई हैं। यहां 90 पंचायतों में से 45 पंचायतों में सरपंच पद महिलाओं के लिए आरक्षित हुए हैं।
लिखित में भी जमा की आपत्ति, अलग से करेंगे निराकरण
आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी कई लिखित आपत्तियां आई हैं। इनका अलग से निराकरण किया जाएगा। दरअसल कई पंचायतों में एससी-एसटी वर्ग आरक्षण पर आपत्ति थी। कई लोग देरी से आए और कई ने प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस पर ध्यान दिया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ रोहन सक्सेना, एसडीएम काशीराम बड़ोले और जनपद सीईओ केके खेड़े भी मौजूद थे।
जनपद पंचायत बुरहानपुर आरक्षण की स्थिति
ओबीसी : अनारक्षित- अड़गांव, मोहद, हसनपुरा, खामला, धुलकोट, चुलखान, वारोली, परतकुंडिया, रायगांव।
महिला- हरदा, दापोरा, दवाटिया, रायगांव, हतनुर, जंबुपानी, मैथा, मोहम्मदपुरा, जैनाबाद, इच्छापुर।
सामान्य : अनारक्षित- बड़झिरी, पातोंडा, भावसा, चिंचाला, बोरीबुजुर्ग, पिपरीरैयत, जालंद्रा, बंभाड़ा, लोणी, दर्यापुरकलां, अंबा, बड़सिंघी, डोंगरगांव।
महिला- भगवानिया, मगरूल, तारापाटी, जसौंदी, फतेहपुर, निंबोला, बदनापुर, खातला, झिरपांजरिया, इटारिया, बख्खारी।
एसटी : अनारक्षित- सुक्ताखुर्द, दहीनाला, बिरोदा, खामनी, बहादरपुर, बोरसर, बोदरली, बोरगांवखुर्द, जयसिंगपुरा, सिरसौदा, टिटगांवकलां, मालवीर।
महिला - सराय, असीर, बलड़ी, झिरी, उमरदा, नसीराबाद, बादखेड़ा, नाचनखेड़ा, चापोरा, सेलगांव, तुरकगुराड़ा, संग्रामपुर, धामनगांव।
एससी : अनारक्षित – धौंड, गढ़ताल, एमार्गिद, खड़कोद।
महिला - बसाड़, बड़गांवमाफी, सुखपुरी, फोफनारकलां, चिल्लारा।